DAP खाद संकट: 2000 रुपये में बिक रहा एक बेग, कृषि मंत्री ने किया निरीक्षण, जानें कब तक होगा उपलब्ध
DAP fertilizer crisis: One bag is being sold for Rs 2000, Agriculture Minister inspected, know till when it will be available
DAP खाद संकट: 2000 रुपये में बिक रहा एक बेग, कृषि मंत्री ने किया निरीक्षण, जानें कब तक होगा उपलब्ध
DAP Khad : उत्तर प्रदेश में रबी सीजन की फसल चक्र के लिए डीएपी खाद की कमी का सामना कर रहे किसानों की मुश्किलों को देखते हुए राज्य के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने बुधवार को राजधानी लखनऊ के निगोहा क्षेत्र में खाद की दुकानों पर आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान खाद विक्रेताओं में खलबली मच गई। किसानों ने डीएपी खाद की कमी और ब्लैक मार्केटिंग की शिकायतें की थीं, जिस पर मंत्री ने कड़ा रुख अपनाते हुए खाद विक्रेताओं की दुकानों की जांच की।
इन दिनों रबी फसलों की बुवाई के लिए डीएपी खाद की आवश्यकता है, लेकिन किसानों को खाद न मिलने से उन्हें काफी परेशानी हो रही है। विभिन्न स्थानों पर खाद की कमी की शिकायतें लगातार आ रही हैं, और कई किसान लंबी कतारों में खड़े होने के बावजूद डीएपी हासिल नहीं कर पा रहे हैं। किसानों को अगर खाद मिल रही है तो वो भी एक बेग 2000 रुपये में लेना पड़ रहा है । मंगलवार को भी किसानों ने खाद नहीं मिलने पर नाराजगी जताई थी, और इसे लेकर कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन भी हुए। किसानों का आरोप है कि कुछ व्यापारी डीएपी खाद की ब्लैक मार्केटिंग कर रहे हैं, जिससे उन्हें समय पर खाद उपलब्ध नहीं हो पा रही।
कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने किसानों की इस नाराजगी पर संज्ञान लेते हुए निगोहा कस्बे में स्थित खाद की दुकानों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्रमुख दुकानों जैसे चौरसिया खाद और विनोद खाद भंडार का गहनता से निरीक्षण किया। मंत्री ने खाद के स्टॉक, रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों और अन्य कृषि उत्पादों की उपलब्धता की भी जांच की। इसके साथ ही उन्होंने विक्रेताओं से इन उत्पादों की जानकारी और उनके उपयोग के बारे में सवाल किए।
निरीक्षण के दौरान कृषि मंत्री ने अधिकारियों के साथ मिलकर स्टॉक का मिलान किया और खाद की कमी से संबंधित मामलों का जायजा लिया। मंत्री ने दुकानों में मौजूद स्टॉक के सही वितरण और ब्लैक मार्केटिंग को रोकने के निर्देश भी दिए।
डीएपी की कमी और किसानों की समस्याओं को देखते हुए कृषि मंत्री का यह आकस्मिक निरीक्षण दर्शाता है कि राज्य सरकार इस विषय पर गंभीर है और किसानों के हितों की रक्षा के लिए तत्पर है। मंत्री के इस कदम से किसानों की चिंताओं को दूर करने की कोशिश की गई है। इस बीच मीडिया में भी किसानों की समस्याओं को लेकर चर्चा हो रही है, और सोशल मीडिया पर डीएपी खाद की कमी को लेकर कई प्रतिक्रियाएं आई हैं।
कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही का यह औचक निरीक्षण दर्शाता है कि सरकार ब्लैक मार्केटिंग रोकने और खाद वितरण को सही तरीके से सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है। इस कदम से खाद विक्रेताओं में भी सख्ती का संदेश गया है, जो आने वाले दिनों में डीएपी खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करने में सहायक हो सकता है।